तीसरी आँख मीडिया न्यूज @ नेटवर्क
प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ शोभा चक्रवर्ती ने कहा है कि करियर व लाइफ स्टाइल के चक्कर में महिलाओं को प्रेग्नेंसी की समस्या हो रही है। मां बनने के बजाए महिलाएं करियर को ज्यादा तरजीह दे रही हैं।
जिसके कारण प्रेग्नेंसी में विलंब होता है। जो कई तरह की समस्याओं का कारण है। डॉ चक्रवर्ती रविवार को रांची ऑब्स्ट्रेटिक्स एंड गायनकोलॉजिकल सोसाइटी द्वारा आयोजित सीएमई को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रेग्नेंसी में डायबिटीज के मामले अब काफी बढ़ गए हैं, जो काफी खतरनाक है। उन्होंने कहा कि प्रसवोपरांत बच्चे को भी डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। इस अवसर पर रोग्स की अध्यक्ष डॉ रेणुका सिन्हा, सचिव डॉ मधुलिका होरो व डॉ समरीना कमल व अन्य डॉक्टर उपस्थित थीं।
जल्दी वजन बढ़ना ठीक नहीं
प्रेग्नेंसी के दौरान यदि महिला डायबिटीज की शिकार हो जाती है तो उसका बीपी भी बढ़ जाता है। इसके लिए जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान नियमित जांच कराते रहें। यही नहीं गर्भावस्था के पहले तीन महीने में बच्चे का सर्वाधिक विकास होता है, मां को डायबिटीज होने की स्थिति में बच्चे का ब्रेन, हार्ट व टेलबोन प्रभावित हो सकता है। जो बच्चे की एबनॉर्मल होने का खतरा बढ़ाता है। जेस्टेशनल डायबिटीज में बच्चे का विकास तेजी से होता है। वजन बढ़ जाता है, जो उसकी मौत का कारण भी बनता है।